Computer की परिभाषा, प्रकार, कार्य, भाग और विशेषताएं

नमस्कार दोस्तों आज की पोस्ट में हम Computer की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए।

पिछली पोस्ट में हमने Website की जानकारी शेयर की थी तो उस आर्टिकल को भी पढ़े।

चलिए आज हम Computer की परिभाषा, प्रकार, कार्य, भाग और विशेषताएं की जानकारी को पढ़ते और समझते हैं।

Computer क्या है? 

Computer एक ऐसी मशीन है जो data को process कर सकती है और कैलकुलेशन कर सकती है। कंप्यूटर शब्द हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और फर्मवेयर को संदर्भित करता है जो डेटा को संसाधित करने के लिए उपयोग किया जाता है।

20वीं शताब्दी के प्रारंभ से ही कंप्यूटर का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन 1980 के दशक में पर्सनल कंप्यूटर के आगमन के साथ वे व्यापक हो गए।

तो कंप्यूटर को हम एक ऐसा advanced इलेक्ट्रॉनिक device कह सकते हैं जो की raw data को input के रूप में User से लेता है।

फिर उस data को program (set of Instruction) के द्वारा प्रोसेस करता है और आखिर के परिणाम को Output के रूप में प्रकाशित करता है। ये दोनों numerical और non numerical (arithmetic and Logical) calculation को process करता है। 

कंप्यूटर की परिभाषा 

कंप्यूटर एक Electronic Device है जिसे अंकगणित या तार्किक संचालन के एक सेट को स्वचालित रूप से करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है। 

कंप्यूटर कैसे काम करता है?

Computer एक ऐसा device है जिसका उपयोग डेटा को स्टोर, प्रोसेस और ट्रांसमिट करने के लिए किया जाता है। उनका उपयोग फाइलों और दस्तावेजों को संग्रहीत करने से लेकर ईमेल भेजने तक किसी भी चीज के लिए किया जाता है।

Input Data →  Processing → Output Data

कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं जो माइक्रोचिप्स के उपयोग के माध्यम से डेटा को स्टोर और प्रोसेस कर सकते हैं।

पहला कंप्यूटर 1940 के दशक में ब्रिटिश गणितज्ञ एलन ट्यूरिंग के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा आविष्कार किया गया था। कंप्यूटर को ब्रिटिश सेना के लिए आर्टिलरी टेबल की गणना करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।

Computer शब्द गणना शब्द से बना है, जिसका अर्थ है पता लगाना। कंप्यूटर 1938 के आसपास हैं जब उनका आविष्कार ब्रिटिश गणितज्ञ एलन ट्यूरिंग ने किया था।

कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?

देखा जाए तो कंप्यूटर का कोई फुल फॉर्म नहीं होता है। कंप्यूटर का पूर्ण रूप computer ही है फिर भी कंप्यूटर का एक काल्पनिक फुल फॉर्म है,

C – Commonly

O – Operated

M – Machine

P – Particularly

U – Used for

T – Technical and

E – Educational

R – Research

अगर आप इसे हिंदी में ट्रांसलेट करेंगे तो कुछ ऐसा होगा, आम ऑपरेटिंग मशीन विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा और अनुसंधान के लिए उपयोग की जाती है।

कंप्यूटर के प्रकार

कंप्यूटर के तीन प्रकार होते हैं।

  • Input
  • Processing
  • Output

1. Input – इनपुट आमतौर पर एक कीबोर्ड और माउस होता है। 

2. Processing – प्रोसेसिंग कंपोनेंट आमतौर पर माइक्रोप्रोसेसर या सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) के रूप में होता है। 

3. Output – आउटपुट आमतौर पर डिस्प्ले स्क्रीन पर होता है, जैसे मॉनिटर या टेलीविजन।

कंप्यूटर में क्या क्या होता हैं

कंप्यूटर एक प्रकार की मशीन है जिसका उपयोग लोग सूचनाओं की गणना करने के लिए करते हैं। कंप्यूटर को अक्सर आधुनिक दुनिया का दिमाग कहा जाता है क्योंकि इनका उपयोग लगभग हर उद्योग में और कई अलग-अलग उद्देश्यों के लिए किया जाता है।

कंप्यूटर दो प्रकार के होते हैं, एनालॉग और डिजिटल। एनालॉग कंप्यूटरों को कम शक्ति की आवश्यकता होती है लेकिन उन्हें डेटा संसाधित करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है।

जबकि डिजिटल कंप्यूटरों को अधिक शक्ति की आवश्यकता होती है लेकिन डेटा संसाधित करने के लिए कम समय की आवश्यकता होती है।

जब भी हम कभी कंप्यूटर शब्द का इस्तमाल सुनते हैं तब हमारे मन में बस Personal कंप्यूटर का ही चित्र आता है। में आप लोगों को बता दूँ की Computers बहुत सारे प्रकार के होते हैं। विविन्न Shapes और Size के आते हैं।

जरुरत के अनुसार हम इनका इस्तमाल करते हैं जैसे की ATM पैसे निकालने के लिए, Scanner किसी Barcode को स्कैन करने के लिए, Calculator किसी बड़ी calculation करने के लिए। ये सारे different types के Computer हैं।

1. Desktop

बहुत से लोग Desktop कंप्यूटर का इस्तमाल अपने घरों, स्कूलों और अपने Personal काम के लिए करते हैं। इनका डिजाईन कुछ इस प्रकार से होते हैं कि इन्हें हम अपने desk पर रख सकें। इनके बहुत सारे Parts होते हैं जैसे Monitor, Keyboard, Mouse, कंप्यूटर Case।

Mouse
Keyboard

2. Laptop

Laptop के बारे में आप तो जानते ही होंगे जो की Battery Powered होते हैं, ये बहुत ही ज्यादा portable होते हैं जिससे इन्हें कहीं भी और कभी भी ले जाया जा सकता हैं।

3. Tablet

अब बात करते हैं Tablet की जिसे हम Handheld कंप्यूटर भी कहते हैं क्यूंकि इसे बड़ी आसानी से हातों में पकड़ा जा सकते है।

इसमें Keyboard और Mouse नहीं होते, बस एक touch Sensitive स्क्रीन होता है जिसे typing और navigation के लिए इस्तमाल किया जाता है। Example- iPAD

4. Servers

एक Server कुछ इस प्रकार का कंप्यूटर है जिसे हम Information के आदान प्रदान के लिए इस्तमाल करते हैं। उदहारण के तोर पे जब भी हम कोई चीज़ Internet में खोजते है वो सारी चीज़ें Server में ही store होती हैं।

अन्य प्रकार के कंप्यूटर

1. स्मार्टफ़ोन (Smartphone) :- कई सेल फ़ोन इंटरनेट ब्राउज़ करने और गेम खेलने सहित कई चीजें कर सकते हैं। उन्हें अक्सर स्मार्टफोन कहा जाता है।

2. पहनने योग्य (Wearable) :- पहनने योग्य तकनीक उपकरणों के एक समूह के लिए एक सामान्य शब्द है – जिसमें फिटनेस ट्रैकर्स और स्मार्टवॉच शामिल हैं-जिन्हें पूरे दिन पहने जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इन उपकरणों को अक्सर पहनने योग्य कहा जाता है।

3. गेम कंसोल (Game Control) :- एक गेम कंसोल एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है जिसका उपयोग आपके टीवी पर वीडियो गेम खेलने के लिए किया जाता है।

4. टीवी (TV) :- कई टीवी में अब एप्लिकेशन या ऐप्स शामिल हैं जो आपको विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सामग्री तक पहुंचने देते हैं। उदाहरण के लिए, आप सीधे अपने टीवी पर इंटरनेट से वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं।

कंप्यूटर की विशेषताएं

कंप्यूटर में निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं

  • Speed
  • Accuracy
  • Reliability
  • Versatility
  • Automation
  • High Storage Capacity
  • Diligence
  • Power of Remembrance

Speed (गति)

बड़ी मात्रा में डेटा संसाधित करने में एक कंप्यूटर मानव की तुलना में तेज़ है क्योंकि यह कई गणनाओं को तेज़ी से कर सकता है।

आप पैदल चल कर कही भी जा सकते है फिर भी साईकिल, स्कूटर या कार का इस्तेमाल करते है ताकि आप किसी भी कार्य को तेजी से कर सके Machine की सहायता से आप कार्य की Speed बड़ा सकते है इसी प्रकार Computer किसी भी कार्य को बहुत तेजी से कर सकता है।

Computer कुछ ही Second में गुणा, भाग, जोड़, घटाना जैसी लाखो क्रियाएँ कर सकता है यदि आपको 500*44 का मान ज्ञात करना है तो आप 1 या 2 Minute लेगे यही कार्य Calculation से करे तो वह लगभग 1 या 2 Second का समय लगेगा पर कंप्यूटर एसी लाखों गणनाओ को कुछ ही सेकंड में कलर सकता हैं।

Accuracy (शुद्धता)

वैज्ञानिक और डेटा विश्लेषक वैज्ञानिक अनुसंधान और डेटा विश्लेषण जैसे सटीक परिणामों की आवश्यकता वाले कार्यों के लिए कंप्यूटर का उपयोग करते हैं, क्योंकि वे उच्च स्तर की सटीकता के साथ गणना कर सकते हैं।

Computer अपना सारा कार्य बिना किसी गलती के करता है यदि आपको 10 अलग-अलग संख्याओ का गुणा करने के लिए कहा जाए तो आप इसमें कई बार गलती करेगे।

लेकिन साधारणत: Computer किसी भी Process को बिना किसी गलती के पूर्ण कर सकता है Computer द्वारा गलती किये जाने का सबसे बड़ा कारण गलत Data Input करना होता है क्योकि Computer स्वयं कभी कोई गलती नहीं करता हैं।

Reliability (विश्वसनीयता)

जहाँ तक कंप्यूटर का संबंध है, वे अत्यधिक विश्वसनीय होने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिसका अर्थ है कि वे बिना टूटे या खराबी के बहुत लंबे समय तक लगातार चल सकते हैं।

Computer की Memory अधिक शक्तिशाली होती है Computer से जुडी हुई संपूर्ण प्रक्रिया विश्वसनीय होती है यह वर्षों तक कार्य करते हुए थकता नहीं है तथा Store Memory वर्षों बाद भी Accurate रहती हैं।

Versatility (सार्वभौमिकता)

उद्देश्यों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए कंप्यूटर का उपयोग करना अत्यंत बहुमुखी है, और यह बहुमुखी प्रतिभा उन्हें विज्ञान और इंजीनियरिंग से लेकर व्यवसाय और मनोरंजन के साथ-साथ कई अन्य क्षेत्रों में उपयोग करने की अनुमति देती है।

Computer अपनी सार्वभौमिकता के कारण बढ़ी तेजी से सारी दुनिया में अपना प्रभुत्व जमा रहा है Computer गणितीय कार्यों को करने के साथ साथ व्यावसायिक कार्यों के लिए भी प्रयोग में लाया जाने लगा है। Computer का प्रयोग हर क्षेत्र में होने लगा है।

जैसे :- Bank, Railway, Airport, Business, School etc.

Automation (स्वचालन)

हम अपने दैनिक जीवन में कई प्रकार की स्वचलित मशीनों का Use करते है Computer भी अपना पूरा कार्य स्वचलित (Automatic) तरीके से करता है कंप्यूटर अपना कार्य, प्रोग्राम के एक बार लोड हो जाने पर स्वत: करता रहता हैं।

High Storage Capacity (उच्च संग्रहण क्षमता)

एक Computer System में Data Store करने की क्षमता बहुत अधिक होती है Computer लाखो शब्दों को बहुत कम जगह में Store करके रख सकता है।

यह सभी प्रकार के Data, Picture, Files, Program, Games and Sound को कई बर्षो तक Store करके रख सकता है तथा बाद में हम कभी भी किसी भी सूचना को कुछ ही Second में प्राप्त कर सकते है तथा अपने Use में ला सकते है।

Diligence (कर्मठता)

आज मानव किसी कार्य को निरंतर कुछ ही घंटो तक करने में थक जाता है इसके ठीक विपरीत Computer किसी कार्य को निरंतर कई घंटो, दिनों, महीनो तक करने की क्षमता रखता है।

इसके बावजूद उसके कार्य करने की क्षमता में न तो कोई कमी आती है और न ही कार्य के परिणाम की शुद्धता घटती हैं। Computer किसी भी दिए गए कार्य को बिना किसी भेदभाव के करता है चाहे वह कार्य रुचिकर हो या न हो।

Power of Remembrance (याद रखने की क्षमता)

व्यक्ति अपने जीवन में बहुत सारी बाते करता है लेकिन महत्वपूर्ण बातों को ही याद रखता है लेकिन Computer सभी बाते चाहे वह महत्वपूर्ण हो या ना हो सभी को Memory के अंदर Store करके रखता है तथा बाद में किसी भी सूचना की आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध कराता हैं|

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?

ऐसे तो बहुत से लोगों ने इस Computing Field में अपना योगदान दिया है। लेकिन इन सब में से ज्यादा योगदान Charles Babbage का है। क्यूंकि उन्होंने ही सबसे पहले Analytical Engine सन 1837 में निकला था।

उनके इस engine में ALU, Basic Flow Control और Integrated Memory की concept लागु की गयी थी। इसी model पे ही Base करके आजकल के कंप्यूटर को design किया गया। इसी कारन उनका योगदान सबसे ज्यादा है। तभी उनको कंप्यूटर के जनक के नाम से भी जाना जाता है।

कंप्यूटर शब्द का प्रयोग 17वीं शताब्दी की शुरुआत से किया जा रहा है, जब यह गणना करने वाले व्यक्ति या गणना मशीन को संचालित करने वाले व्यक्ति को संदर्भित करता है।

यह शब्द 19वीं शताब्दी और 20वीं शताब्दी तक इन श्रमिकों को संदर्भित करता रहा जब तक कि इसे बाद में “एक मशीन जो स्वचालित रूप से गणना करता है” के रूप में लागू किया गया था।

Accepts DataInput
Processes DataProcessing
Produces OutputOutput
Stores ResultsStorage

कंप्यूटर का कार्य

1. Input (Data) : Input वो step है जिसमे की Raw Information को Input Device इस्तमाल करके कंप्यूटर में डाला जाता है। ये कोई letter, पिक्चर या कोई विडियो भी हो सकता है।

2. Process : Process के दौरान input हुए data को instruction के अनुसार processing की जाती है। ये पूरी तरह से Internal प्रोसेस है।

3. Output : Output के दौरान जो data पहले से process हो चुकी हैं उसको Result के तोर में show किया जाता है। और यदि हम चाहें तो इस result को save कर के Memory में रख भी सकते हैं Future के इस्तमाल के लिए।

कंप्यूटर के मुख्य भाग

यदि आपने कभी किस कंप्यूटर Case के भीतर देखा होगा तो आपने ये जरुर पाया होगा की अन्दर छोटे छोटे कई Components होते है, वो बहुत ही ज्यादा Complicated दिखते हैं, पर वो Actually में उतने Complicated नहीं होते। अब में आप लोगों को इन्ही Components बारे में कुछ जानकारी दूंगा।

1. Motherboard

किसी भी कंप्यूटर का मुख्य circuit board को Motherboard कहा जाता है। ये एक पतली प्लेट की तरह दीखता है पर ये बहुत सी चीज़ों की धारण किया हुए होता है।

जैसे CPU, Memory, Connectors hard drive और Optical Drive के लिए, expansion card Video और Audio को control करने के लिए, इसके साथ साथ कंप्यूटर के सभी Ports को connection। देखा जाये तो Motherboard कंप्यूटर के सारे पार्ट्स के साथ directly या in directly जुड़ा हुआ होता है।

2. CPU/Processor

क्या आप जानते है Central Processing Unit यानि CPU क्या है? इसको भी कहा जाता है। ये कंप्यूटर case के अन्दर Motherboard में पाया जाता है।

इसे कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता है। ये किसी Computer के भीतर ही रहे सारे गतिविधियों के ऊपर नज़र रखे हुए होता है। जितनी ज्यादा एक Processor की speed होगी उतनी ही जल्दी ये processing कर पायेगा।

3. RAM

RAM को हम Random Acess Memory के नाम से भी जानते हैं। ये System का Short Term Memeory होता है। जब भी कभी कंप्यूटर कुछ कैलकुलेशन करता हैं तब ये temporarily उस result को RAM में save कर देता हैं।

अगर कंप्यूटर बंद हो जाये तो ये डाटा भी खो जाता है। यदि हम कोई document लिख रहे हों तब उसे नष्ट होने से बचने के लिए हमें बिच बिच में अपने डाटा को save करना चाहिए। Save करने से Data Hard Drive में save हो तो ये लम्बे समय तक रह सकती है।

RAM को megabytes (MB) or gigabytes (GB) में मापा जाता हैं । जितना ज्यादा RAM होगा उतना हमरे लिए अच्छा हैं।

4. Hard Drive

Hard Drive वो component है जहाँ software, documents और दुसरे file को save किया जाता है। इसमें data लम्बे समय तक store होकर रहता है।

5. Power Supply Unit

Power supply unit का काम होता है की Main Power Supply से पॉवर लेकर उसे जरुरत के अनुसार दुसरे components में Supply करना।

6. Expansion Card

सभी Computers के Expansion Slots होते हैं जिससे की हम Future में कोई Expansion Card को add कर सकें। इन्हें PCI (Peripheral Components Interconnect) card भी कहा जाता है।

लेकिन आज कल के Motherboard में built in ही कई Slots पहले से होते हैं। कुछ Expansion Card के नाम जो हम पुराने computers को update करने के लिए इस्तमाल कर सकते हैं।

  • Video Card
  • Sound card
  • Network Card
  • Bluetooth Card (Adapter)

यदि आप कभी computer के भीतरी चीज़ों को खोल रहे हैं तब आपको सबसे पहले मुख्य Socket से Plug का निकलना चाहिए।

कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

Computer hardware को हम कोई ऐसी Physical Device कह सकते हैं जिसे हम अपने कंप्यूटर में इस्तमाल करते हैं, वहीँ Computer Software का मतलब है codes का collection जिसे हम अपने Machine के Hard Drive में install करते हैं hardware को चलने के लिए।

उदहारण के तोर पे कंप्यूटर मॉनिटर जो हम पड़ने के लिए इस्तमाल करते हैं, Mouse जिसे हम Navigate करने के लिए इस्तमाल करते हैं ये सब Computer Hardware हैं। वहीँ Internet Browser जिससे हम website visit करते हैं, और Operating System जिसमे की वो Internet Browser run होता है। ऐसी चीज़ों को हम Software कहते हैं।

हम ये कह सकते हैं की एक कंप्यूटर Software और Hardware का समिश्रण है, दोनों की सामान भूमिकाएं हैं, दोनों साथ मिलकर ही कोई काम कर सकते हैं।

Hardware vs. software

विभिन्न प्रकार के कंप्यूटरों के बारे में बात करने से पहले हम दो चीजों के बारे में जान लेते हैं जो सभी कंप्यूटरों में आम हैं: हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर।

Hardware

हार्डवेयर आपके कंप्यूटर का कोई भी हिस्सा होता है जिसमें भौतिक संरचना शामिल है, जैसे कीबोर्ड या माउस। इसमें कंप्यूटर के सभी आंतरिक भाग भी शामिल हैं, जिन्हें आप नीचे दी गई छवि में देख सकते हैं।

Software

सॉफ्टवेयर निर्देशों का कोई भी सेट होता है जो हार्डवेयर को बताता है कि क्या करना है और इसे कैसे करना है। सॉफ्टवेयर के उदाहरणों में वेब ब्राउज़र, गेम्स और वर्ड प्रोसेसर आदि शामिल हैं। आपके कंप्यूटर पर जो कुछ भी आप करते हैं वह हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों के द्वारा किया जाता हैं।

उदाहरण के लिए, अभी आप इस टेक्स्ट को वेब ब्राउज़र (सॉफ़्टवेयर) में देख रहे हैं यह एक सॉफ्टवेयर हैं और पेज पर क्लिक करने के लिए अपने माउस (हार्डवेयर) का उपयोग कर रहे हैं तो माउस एक हार्डवेयर हैं|

कंप्यूटर का उपयोग

कंप्यूटर का उपयोग कहाँ कहाँ होता है? देखा जाये तो कंप्यूटर का इस्तमाल हम अपने जीवन में हर जगह करते आ रहे हैं और करते रहेंगे।

ये हमारा एक अंग सा बन गया है। मैंने इसके कुछ इस्तमाल को आपकी जानकारी के लिए निचे लिखी हुई हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग: शिक्षा में इनका सबसे बड़ा हाथ है, अगर कोई स्टूडेंट को किसी चीज़ के बारे में जानकारी चाहिए तब उसे कुछ मिनटों में ही ये जानकारी उपलब्ध हो जाती है इसकी मदद से।

Research से पता चला है की कंप्यूटर की मदद से किसी भी student की learning performance में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। आजकल को घर बैठे ही Online Classes की मदद से पढाई की जा सकती है।

Health and Medicine: ये Health और मेडिसिन के लिए एक वरदान है। इसकी मदद से आजकल मरीजों का इलाज बहुत ही आसानी से हो जाता है।

आजकल सभी चीज़े digital हो गयी है जिससे बड़ी आसानी से रोग के बारे में पता चल जाता है और उस हिसाब से उसका इलाज भी possible है। इससे operation भी आसान बन गए हैं।

विज्ञान के छेत्र में कंप्यूटर का उपयोग: ये तो Science की ही देन है। इससे research में बहुत ही आसानी होती है।

आजकल एक नया ट्रेंड चल रहा है जिसे Collaboratory भी कहा जाता है जिससे दुनिया के सारे scientist एक साथ मिलकर काम कर सकते हैं, इससे कुछ फरक नहीं पड़ता है की आप कोन से देश में मह्जूद हो।

Business: Business में इसका बहुत बड़ा हाथ है productivity और competitiveness को बढ़ने के लिए। इसका इस्तमाल मुख्य तोर से Marketing, Retailing, Banking, Stock Trading में होता है।

यहाँ सभी चीज़ें digital होने के कारण इसकी processing बड़ी ही फ़ास्ट हो गयी है। और आजकल Cashless Transaction पे ज्यादा importance दिया जा रहा है।

Recreation and Entertainment: Entertainment के लिए ये एक नया अड्डा बन गया है, किसी भी चीज़ों के बारे में आप बात करो जैसे Movies, Sports या resturants कहीं की भी बात करो इनकी इस्तमाल सभी जगह है।

Government: आजकल तो Government भी इनकी इस्तमाल के ऊपर ज्यादा focus दे रही है। यदि हम बात करें Traffic, Tourism, Information & Broadcasting, Education, Aviation सभी जगह में इनके इस्तमाल से हमारा काम बहुत हो आसन हो गया है।

Defence: सेना में भी इनका इस्तमाल काफी हद तक बढ़ गया है। जिसकी मदद से अब हमारी सेना और ज्यादा सशक्त बन गयी है। क्यूंकि आजकल सभी चीज़ों को कंप्यूटर की मदद से control किया जाता है।

ऐसी बहुत से जगह हैं जहाँ हम इसका इस्तमाल करते हैं हमारी जरुरत के अनुसार।

कंप्यूटर का भविष्य

कंप्यूटर का भविष्य केवल हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का ही नहीं, बल्कि उनका उपयोग करने वाले लोगों का भी है।

जैसे-जैसे हम कंप्यूटिंग के एक नए युग में आगे बढ़ते हैं, यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि प्रौद्योगिकी का भविष्य इस बात से आकार लेगा कि हम इसके साथ कैसे बातचीत करते हैं।

कंप्यूटर एक घातीय दर से विकसित हो रहे हैं। इसका कारण कृत्रिम बुद्धिमत्ता में प्रगति है। भविष्य में, कंप्यूटर हमें केवल जानकारी प्रदान करने और हमारी बुनियादी जरूरतों का ध्यान रखने के अलावा और भी बहुत कुछ करने में सक्षम होंगे। वे उन कार्यों को करने में सक्षम होंगे जो वर्तमान में मनुष्यों द्वारा किए जाते हैं, जैसे कार चलाना या लेख लिखना।

कंप्यूटर के भविष्य में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलेंगे। यह उपयोग करने के लिए और अधिक सहज और स्वाभाविक हो जाएगा। यह डेटा को बहुत तेजी से प्रोसेस करने में सक्षम होगा।

आजकल Scientists Optical computer, DNA Computer, Neural Computer और Quantum Computer के ऊपर ज्यादा research कर रहे हैं । इसके साथ साथ ही Artificial Intelligence के ऊपर भी बहुत ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है ताकि ये खुदबखुद अपना काम सुचारू रूप से कर सके।

आशा है आपने Computer कि पोस्ट पूरी पढ़ ली होगी पोस्ट अच्छी लगी तो दोस्तो के साथ भी शेयर करें।

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उम्मीद हैं आपको Computer की जानकारी पसंद आयी होगी।

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